darde judai shaery वो मुझसे बिछड़ कर न जाने कैसा सितम दे गया मेरे रोने की वजह भी वो है मेरे हंसने की अदा भी वो है ये तो उनकी मेहरबानी है मुझ पर जो मैं सिर्फ अश्क पीता हूं लोग जुदाई में जहर तक पी जाते हैं सददाम शायद उनको यकीन था मेरी वफा पर इसीलिए बड़े प्यार से उसने मुझ से जुदाई मांगी हमें नाज था अपनी वफा पर इसीलिए हमने भी हां कर दी दुख इस बात का नहीं था कि वो मुझे छोड़ कर जा रहा था खुशी इस बात की थी कि उनकी भी आंखों में पानी था जुदाई के वक्त जो मुझे संभलने को कह रहे थे उनके ही कदमों को हमने लड़खड़ाते हुए देखा था सददाम पठान
दर्द शायरी समंदर में जुदाई शायरी बचपन की यादें शायरी और तमाम किस्म की आपको शायरियां मिलेंगे आपकी मनपसंद शायरी जैसे मोहब्बत शायरी इजहारे मोहब्बत मौत क्या है शायरी जिंदगी की शायरी मां की इज्जत शायरी मां का अदब शायरी उतरा में तमाम इंसानियत की शायरी आपको जिस तरीके की शायरी चाहिए उस तरीके की शायरी हमारी इस पोस्ट में आपको नजर आएंगे जितना चाहे उतना पढ़ सकते हैं