darde judai shaery
वो मुझसे बिछड़ कर न जाने कैसा सितम दे गया
मेरे रोने की वजह भी वो है
मेरे हंसने की अदा भी वो है
ये तो उनकी मेहरबानी है मुझ पर
जो मैं सिर्फ अश्क पीता हूं
लोग जुदाई में जहर तक पी जाते हैं
सददाम
शायद उनको यकीन था मेरी वफा पर
इसीलिए बड़े प्यार से उसने मुझ से जुदाई मांगी
हमें नाज था अपनी वफा पर
इसीलिए हमने भी हां कर दी
दुख इस बात का नहीं था कि वो मुझे छोड़ कर जा रहा
था खुशी इस बात की थी कि उनकी भी आंखों में पानी था
जुदाई के वक्त जो मुझे संभलने को कह रहे थे
उनके ही कदमों को हमने लड़खड़ाते हुए देखा था
सददाम पठान
वो मुझसे बिछड़ कर न जाने कैसा सितम दे गया
मेरे रोने की वजह भी वो है
मेरे हंसने की अदा भी वो है
ये तो उनकी मेहरबानी है मुझ पर
जो मैं सिर्फ अश्क पीता हूं
लोग जुदाई में जहर तक पी जाते हैं
सददाम
शायद उनको यकीन था मेरी वफा पर
इसीलिए बड़े प्यार से उसने मुझ से जुदाई मांगी
हमें नाज था अपनी वफा पर
इसीलिए हमने भी हां कर दी
दुख इस बात का नहीं था कि वो मुझे छोड़ कर जा रहा
था खुशी इस बात की थी कि उनकी भी आंखों में पानी था
जुदाई के वक्त जो मुझे संभलने को कह रहे थे
उनके ही कदमों को हमने लड़खड़ाते हुए देखा था
सददाम पठान
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