सददाम मुलाकात शायरी ये जो उनसे मिलने की आस है उनके सिर्फ एक ही बात का एहसास है उन्होंने ही कहाथा की जिंदा रहने के लिए तेरी कसम एक मुलाकात जरूरी है सनम जब उनसे मेरी पहली मुलाकात थी मुझे याद है थोड़ी सी बरसात थी मैं उनके लिए एक एहसास था और वो मेरे लिए सबसे खास थी पहली ही मुलाकात में उनको यह हैरत हुई थी कि उनकी हर अदाओं से मैं वाकिफ कैसे हूं और मैं सोच रहा हूं कैसे उन्हें बताऊं जिससे वो आज मिली वो इनसे सपनों में रोज मिलता ह जब जब दूर से उनको देखता था मुस्कुराते हुए मेरी रूह मुझसे कहती थी मुझे गुदगुदाते हुए तु उसकी हंसी देखने के लिए नहीं है उसके साथ हंसने के लिए है ये और बात है कि उनको हम सुबह शाम याद करते हैं सचतो ये है कि उनसे मिलने की रब से हम फरियाद करते हैं मैं तरसता रहता था उनकी एक झलक पाने को और वो नूर दिखाती थी जमाने को ये कहकर कि जो मेरा है वो तो मुझे देखेगा ही औरों को भी दिखाने दो सददाम पठन दोस्तों अगर शायरी पसंद आए तो शेयर जरूर करें
दर्द शायरी समंदर में जुदाई शायरी बचपन की यादें शायरी और तमाम किस्म की आपको शायरियां मिलेंगे आपकी मनपसंद शायरी जैसे मोहब्बत शायरी इजहारे मोहब्बत मौत क्या है शायरी जिंदगी की शायरी मां की इज्जत शायरी मां का अदब शायरी उतरा में तमाम इंसानियत की शायरी आपको जिस तरीके की शायरी चाहिए उस तरीके की शायरी हमारी इस पोस्ट में आपको नजर आएंगे जितना चाहे उतना पढ़ सकते हैं