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Showing posts from August 27, 2018

बचपन की यादें शायरी हिंदी में पढ़ें

    बचपन की यादें शायरी हिंदी में पढ़ें      दोस्तों जैसे कि आप लोग जानते हैं बचपन की यादें     बड़ी मीठी यादें होती हैं     कौन नहीं अपने बचपन को याद करना चाहता है हर इंसान     याद करना चाहता है     और खाली याद ही नहीं करना चाहता     हर इंसान यह सोचता है कि मेरा बचपन वापस लौट आए    पर दोस्तों ऐसा कब हुआ है किसका हुआ है     कि बचपन  वापस लौट आया हो  दोस्तों बचपन वापस लौट कर नहीं आता है  सिर्फ उसकी यादें आती हैं और जो हमारे बुजुर्गों ने भी कह गए हैं  यादों के सहारे जिंदगी बिताई जा सकती है चलिए हम आप लोगों का अपनी शायरी के जरिए  आपको  आप का बचपना याद दिलाते हैं (1 )बचपन भी कितना अजीब होता है  जो चाहो वह अपने करीब होता है  बचपन तो हर शख्स का रहता है  फर्क इतना  कोई अमीर तो कोई गरीब होता है (2) काश वो दिन फिर आ जाए  जब मां हमारी आंखों में काजल लगाती थी   हमारे चीखने पर कहती थी  अरे मैं तो भूल ही गई कि मैं चटनी पीसी थी (3) हमारे गांव के वो पल हमें जब याद आते हैं  कहीं तन्हाइयों में जाकर हम आंसू बहाते हैं (4) फकत इंसान का हुस्नो स