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saddam dard shaery

दर्द और सितम शायरी हिंदी

दर्द और सितम शायरी 1)जो  करते हैं अक्सर मोहब्बत की बातें उन्हें कोई दिखा दे वो  दर्द और सितम की रातें 2) उनका दर्द और सितम मुझको आज भी है याद फिर भी न जाने क्यों मेरा दिल उनसे ही मिलने की रब से करता है फरियाद 3)
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मां की ममता शायरी

मां की ममता हिन्दी शायरी   मां की जरूरत उस इंसान से पूछो जिसके आंखें खोलते ही मां ने अपनी आंखें हमेशा हमेशा के लिए बंद कर ली थी 1) बच्चे को अगर जरा सी चोट आ जाए मां सिसकियों के साथ आहें भरने लगती हैं शायद लोग उसे  भी ममता कहते हैं  2) बच्चों की हर खुशी में मां खुश रहती है  बच्चों की किसी एक दुख की वजह से  मां पूरी रात रोती है 3) मां का ही वो आंचल का साया है जिसमें हर बच्चा अपने आप को महफूज पाया है 4) मां की ममता का देखो ये भी एक नजारा है  कितना प्यार से कहती है मेरे लाल तू तो  मेरी आंखों का तारा है 5) मेरी शरारतों को देखकर मां कहती थी  बाज आजा अपनी सरारतो से  वरना मै तुझे कमरे मे बन्द कर दूंगी  मै दिन भर सरारत करूं तो भी वो सिर्फ प्यार करती थी  6) किसी की बीबी अगर मर जाए तो ओ दुसरी शादी करले वो सगी बीबी होती है अगर किसी की मां मर जाए और बाप दुसरी शादी करले वो सगी मां नही होती है 7) बागे जन्नत की थोड़ी सी हवा साथ लिए जा तुझको जाना है अगर दूर तो मां की ये दुआ साथ लिए जा रहे महफूज या रब मेरा बेटा हर मुसीबत से  रहे खुश तू भी या रब मेरे बेटे की इबादत से मेरी म

इजहारे मोहब्बत शायरी इन हिंदी

इजहारे मोहब्बत शायरी 1)जो घंटी बजी मेरे दिल में  कभी मत कहना किसी महफिल में 2)वो हंसी पल एक बार फिर वापस आ जाए जब वो मेरे लिए अजनबी थे और मैं  इजहारे मोहब्बत की तैयारी में था 3) इजहारे मोहब्बत का जब वो आगाज कर गयी  ऐसा लगा कि मेरी हर हकीकत को एक राज कर गयी 4) इज़हार मोहब्बत का होता है  इस एतबार में  मुझे जिंदगी बितानी है मोहब्बतें यार में 5) मोहब्बत भी हमारी थी और इजहार भी हम किए जो कुछ था उनके हिस्से का प्यार वो  प्यार भी हम किए 6) हम अपनी मोहब्बत का अगर उनसे इजहार कर पाते तो शायद वो  हमें छोड़कर कभी ना जाते 7) ये जो हमारे बीच थोड़ी सी दूरी है  जरूर उनकी कोई मजबूरी है प्यार तो लैला मजनू भी करते  थे पर कहानी उनकी भी अधूरी है 8) प्यार दिलों का मेला है फिर भी दिल ये  अकेला है इजहारे मोहब्बत का देखो खेल ये  किसने खेला है 9) प्यार में जब हो जाता इजहार है इस दिल की धड़कन को देखो बेकरार है 10) हमें इंतजार था की वो कभी तो हम पर एतबार करेंगे  ज्यादा न सही थोड़ा  तो मुझसे प्यार करेंगे

मौत क्या है शायरी maot keya hai shaery

मौत क्या है शायरी  मेरे दोस्त मेरे हमराह मौत के बारे मे हर कोई जानता है की मौत किसे कहते है दोस्तो आज हम अपनी शायरी के जारिए बाताना चाहेता हूं की मौत क्या है (1) मौत को तो देखा नही पर शायद वो हुशनो जमाल से भरी होगी जो भी उसको देखता है दुनिया को अलविदा कह देता है (2)मौत उस हशीन लम्हे का नाम है जिसके गुजरने पर लोग फिर किसी लम्हे की आरजू नही करते (3)मौत को तो लोग बिल वजा इलजाम देते है सचतो ये है की रुसवा जिन्दागी ही इन्सान को करती है (4)मौत को समझने के लिए बस इतना ही  काफी है मौत सावन की वो आंधी है जो आने के बाद ये नही देखती की आम कच्चा है य पक्का (5)मौत उस रुहानियत का नाम है जिसको देखने के बाद इन्सान सब कुछ भूल जाता है कोई मुझे बतादो वो कौन सा जादू करती है (6)जो खुद खुदा होने का दावा करते थे वो भी नही बचा पाए खुदको मौत से (7) इस जहां में मौत को किसने देखा है जिसने देखा है सिर्फ इंसानों को मरते देखा है (8) मौत से इंसानों की न जाने कैसी रिश्तेदारी है उसके पास जाने की आज हमारी तो कल औरो की बारी है (9)एक मामुली से इन्सान के हर मक्सद मे न जाने कितनी फितरते

बचपन की यादें शायरी हिंदी में पढ़ें

    बचपन की यादें शायरी हिंदी में पढ़ें      दोस्तों जैसे कि आप लोग जानते हैं बचपन की यादें     बड़ी मीठी यादें होती हैं     कौन नहीं अपने बचपन को याद करना चाहता है हर इंसान     याद करना चाहता है     और खाली याद ही नहीं करना चाहता     हर इंसान यह सोचता है कि मेरा बचपन वापस लौट आए    पर दोस्तों ऐसा कब हुआ है किसका हुआ है     कि बचपन  वापस लौट आया हो  दोस्तों बचपन वापस लौट कर नहीं आता है  सिर्फ उसकी यादें आती हैं और जो हमारे बुजुर्गों ने भी कह गए हैं  यादों के सहारे जिंदगी बिताई जा सकती है चलिए हम आप लोगों का अपनी शायरी के जरिए  आपको  आप का बचपना याद दिलाते हैं (1 )बचपन भी कितना अजीब होता है  जो चाहो वह अपने करीब होता है  बचपन तो हर शख्स का रहता है  फर्क इतना  कोई अमीर तो कोई गरीब होता है (2) काश वो दिन फिर आ जाए  जब मां हमारी आंखों में काजल लगाती थी   हमारे चीखने पर कहती थी  अरे मैं तो भूल ही गई कि मैं चटनी पीसी थी (3) हमारे गांव के वो पल हमें जब याद आते हैं  कहीं तन्हाइयों में जाकर हम आंसू बहाते हैं (4) फकत इंसान का हुस्नो स

मुलाकात शायरी हिंदी

सददाम मुलाकात शायरी ये जो उनसे मिलने की आस है  उनके सिर्फ एक ही बात का एहसास है उन्होंने ही कहाथा की जिंदा रहने के लिए तेरी कसम  एक मुलाकात जरूरी है सनम जब उनसे मेरी पहली मुलाकात थी  मुझे याद है थोड़ी सी बरसात थी मैं उनके लिए एक एहसास था और वो मेरे लिए सबसे खास थी पहली ही मुलाकात में उनको यह हैरत हुई थी कि उनकी हर अदाओं से मैं वाकिफ कैसे हूं और मैं सोच रहा हूं कैसे उन्हें बताऊं  जिससे वो  आज मिली वो इनसे सपनों में रोज मिलता ह जब जब दूर से उनको देखता था मुस्कुराते हुए  मेरी रूह मुझसे कहती थी मुझे गुदगुदाते हुए  तु उसकी हंसी देखने के लिए नहीं है  उसके साथ हंसने के लिए है ये और बात है कि उनको हम सुबह शाम याद करते हैं  सचतो ये है कि उनसे मिलने की रब से हम फरियाद करते हैं मैं तरसता रहता था उनकी एक झलक पाने को और वो नूर दिखाती थी जमाने को ये कहकर कि जो मेरा है वो तो मुझे देखेगा ही  औरों को भी दिखाने दो सददाम पठन दोस्तों अगर शायरी पसंद आए तो शेयर जरूर करें

darde judai shaery hindi

darde judai shaery वो मुझसे बिछड़ कर न जाने कैसा सितम दे गया     मेरे रोने की वजह भी वो है मेरे हंसने की अदा भी वो  है ये तो उनकी मेहरबानी है मुझ पर जो मैं सिर्फ अश्क पीता हूं लोग जुदाई में जहर तक पी जाते हैं सददाम शायद उनको यकीन था मेरी वफा पर  इसीलिए बड़े प्यार से उसने मुझ से जुदाई मांगी हमें नाज था अपनी वफा पर  इसीलिए हमने भी हां कर दी दुख इस बात का नहीं था कि वो मुझे छोड़ कर जा रहा  था खुशी इस बात की थी कि उनकी भी आंखों में पानी था जुदाई के वक्त जो मुझे संभलने को कह रहे थे उनके ही कदमों को हमने लड़खड़ाते हुए देखा था सददाम पठान